अक्षर-ज्ञान
प्रश्न 1. कविता में तीन उपस्थितियाँ हैं । स्पष्ट करें कि वे कौन – कौन सी है ?
उत्तर- विद्यार्थी स्वयं करें ।
प्रश्न 2. कविता में ‘ क ‘ का विवरण स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर – कविता में क बेटे के चौखट पर नहीं अँटता , क से कबूतर होता है जो बेटे के कबूतर पंक्ति से फुदक कर जरा सा आगे बढ़ जाता है । अतः उसे क अक्षर का ज्ञान कबूतर से ही मालूम होता है ।
प्रश्न 3. खालिस बेचैनी किसकी है ? बेचैनी का क्या अभिप्राय है ?
उत्तर- खालिस बेचैनी ख से खरगोश को है । जो बेटे के चौखट पर एक जगह नहीं रहता । बेचैनी बेटे के अक्षर ज्ञान में है । जो ख से खरगोश को महत्वपूर्ण मतलब बताया गया है ।
प्रश्न 4. बेटे के लिए ‘ ङ ‘ क्या है और क्यों ?
उत्तर – बेटे के लिए ड़ ड के समान है । क्योंकि उसे ड़ ड में अंतर नहीं पता । वह सिर्फ बड़े अक्षर ड को पहचानता है । उसमें आए बिन्दु को वह भूल जाता है । क्योंकि ड़ से शब्द की शुरुआत नहीं होती । माँ शब्द में वह बिन्दु को माँ की गोदी अर्थात् उसे भी भूल जाता है ।
प्रश्न 5. बेटे के आँसू कब आते हैं और क्यों ?
उत्तर – बेटे को आंसू अपनी विफलता पर आती है । क्योंकि वह शायद लिखने और सिखने की अनवरत कोशिश उसके लिए नए सिरे से सृष्टि का विकास यात्रा के रूप में थी । जो उसके लिए एक समस्या के समान भी ।
प्रश्न 6. कविता के अंत में कवयित्री ‘ शायद ‘ अव्यय का क्यों प्रयोग करती हैं ? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- कविता के अंत में कवियित्री शायद अलग का प्रयोग हिन्दी के प्रथमाक्षर के विकास कथा प्रस्तुत है । जो इस सृष्टि की शुरुआती युग को भी दर्शाती है । जहाँ इस हिन्दी के अक्षरों की नींव डालते समय किस परिस्थितियों का सामना करना पड़ा हो लोगों को । अतः अक्षर ज्ञान का विकास होना एक नयी सृष्टि का सूचक ही है ।
प्रश्न 7. कविता किस तरह एक सांत्वना और आशा जगाती है ? विचार करें ।
उत्तर – कविता यहाँ अक्षर ज्ञान की सांत्वना और आशा जगाती है । क्योंकि जब हमारे बच्चों की क कबूतर लिखने में पेरशानी होती है और वह अपनी विफलता पर आंसू छलकाते हैं तो एक विचारणीय प्रश्न है । अतः हमें एक ऐसी कोशिश करनी चाहिए की प्रथमाक्षर का ज्ञान बेटे यानी बच्चों की समझ में आ जाए । इसमें विशेष परिस्थिति में कुछ सुधार करने की आवश्यकता है । अतः हमें प्रारंभिक शिक्षा का माध्यम में काफी हद तक हल्के तरीकों से अपनाना चाहिए ।
प्रश्न 8. व्याख्या करें-
” गमले – सा टूटता हुआ उसका ‘ ग ‘
घड़े – सा लुढ़कता हुआ उसका ‘ घ ‘ “
उत्तर प्रस्तुत पंक्ति में आरंभिक ज्ञान को दर्शाती है । जिसमें ग से गमला बताने पर बच्चों के मस्तिष्क पर एक टुटता हुआ गमला प्रतीत होता है यानी उसे ग से गमला समझ में नहीं आता को दर्शाता है । है । वहीं दूसरी पंक्ति में घ से घड़े का लुढ़कता हुआ चित्र प्रस्तुत होता है जो बच्चों की मानसिकता को दर्शाता है |