बहादुर

बहादुर

 

प्रश्न 1. लेखक को क्यों लगता है कि जैसे उस पर एक भारी दायित्व आ गया हो ?

 उत्तर – नौकर को लेकर जब साले साहब आए तो लेखक को लगा की उन पर भारी दायित्व आ गया हो । क्योंकि नौकर का मिलना ही दायित्व का अहसास था ।

प्रश्न, 2. अपने शब्दों में पहली बार दिये बहादुर का वर्णन कीजिए ।

उत्तर- बहादुर बारह या तेरह साल का लड़का था । उसका शरीर ठिगना चकइठ , रंग गोरा और मुँह चपटा था । वह सफेद रंग का नेकर , आधी बांह की कमीज तथा भूरे रंग का पुराना जूता पहना था । उसके गले में स्काइटों की तरह एक रूमाल बंधा था ।

प्रश्न 3. लेखक को क्यों लगता है कि बहुत जरूरी हो गया था ?

उत्तर – लेखक को जीकर रखना बहुत जरूरी था क्योंकि लेखक के सभी भाई और रिसोर ओहदों पर मे और उन सभी के बहन की शादी में परम नौकरों का सुख देखा । लेखक को दोनों भाभियाँ रानी की तरह बैठकर चारपाइयाँ तोड़ती कोसमेरे से लेकर था । लेखक ईर्ष्या से जल गया । घर आने के बाद उसकी पत्नी निर्मला द्वारा नौकर की माँग जाने की अतः इसलिए को नौकर रखना जरूरी था ।

प्रश्न 4. साले साहब से लेखक की कौन – सा किस्सा असाधारण विस्तार से सुनना सो हाम पड़ा ?

 उत्तर – साले साहब से लेखक को नौकर के जीवन की कहानी या किस्सा को विस्तार से सुनाना पड़ा । यह एक नेपाली है । जिसका गाँव नेपाल और बिहार की सीमा पर था । उसका बाप बुद्ध में मारा गया था और उसकी माँ सारे परिवार का भरण – पोषण करती थी । माँ बहुत गुस्सैल थी और उसको बहुत भारती थी । इसलिए वह एक दिन घर से भाग गया और मुझे वह बस स्टेशन पर मिला था ।

प्रश्न 5. बहादुर अपने घर से क्यों भाग गया था ?

उत्तर- बहादुर की माँ बड़ी गुस्सौल थी और उसको बहुत गारती थी । माँ चाहती थी कि लड़का घर के काम – धाम में हाथ बटाये । जबकि वह जंगल घूमता रहता । एक बार बहादुर भैस चराने जंगल गया । माँ उस गैस से बहुत प्यार करती थी । इसलिए वह उससे बहुत चिढ़ता था । एक दिन महादुर ने उस गैस को बहुत गाए गैस मार खाकर भागी – भागी उसकी माँ के पाप गयी का माथा उनका न माँ उसने सोचा ये चरना छोड़कर यहाँ क्यों चली आई ? जरूर लाँड ने इसको काफी मारा है । वह गुस्से से पागल हो गई । जब लड़का आया तो उसकी माँ ने बैंक की मार का काल्पनिक अनुमान करके एक डटे से उसकी दुगुनी पिटाई की लड़के का मन क से फट गया और वह अपने घर से भाग गया ।

प्रश्न 6. बहादुर के नाम से ‘ दिल ‘ शब्द क्यों उड़ा दिया गया ? विचार करें ।

 उत्तर – निर्मला ने कुछ व्यावहारिक उपदेश दे कर समझाया कि इस मुहल्ले में बहुत तुच्छ लोग रहते हैं , वह न किसी के यहाँ जाए और न किसी का काम करे । उसको घर के सभी से सम्मान और तमीज से बोलना चाहिए और बहुत सी बातें सीख दी । अन्त में निर्मला ने बहुत ही उदारतापूर्वक लड़के के नाम में से ‘ दिल ‘ शब्द उड़ा दिया । अतः यहाँ निर्मला पुराने विचार वाली परम्परा को ढोते नजर आती है । शायद उसे ‘ दिल ‘ शब्द कहना उसे अच्छा नहीं लगता हो । एक सबसे बड़ा कारण था निर्मला की एक बेटी भी थी ।

प्रश्न 7. व्याख्या करें –

( क ) उसकी हँसी बड़ी कोमल और मीठी थी , जैसे फूल की पंखुड़ियाँ बिखर गई हो ।

( ख ) पर अब बहादुर से भूल गलतियाँ अधिक होने लगी थीं ।

( ग ) अगर वह कुछ चुराकर ले गया होता तो संतोष हो जाता ।

( घ ) यदि मैं न मारता , तो शायद वह न जाता । को

उत्तर- ( क ) लेखक जब शाम को दफ्तर से घर आता तब परिवार वाले दिन भर के अनुभव सुनाते थे । बहादुर भी कोई मामूली घटना की रिपोर्ट देता । बाबूजी बहिन जी का एक सहेली आया था । या बाबू जी , भैया सिनेमा गया था । इसके बाद वह इस तरह हंसने लगता था गोया

 

बहुत ही मजेदार बात कह दी हो । अतः उसकी हंसी बढ़ी कोमल और मीठी थी जैसे की पंखुड़िया बिखर गई हो । इससे प्रतीत होता था कि उसका हृदय काफी साफ था उसके मन में कोई गलत भावना नहीं थी । ( ख ) किशोर उसे भद्दी गालियां देता एवं पीटता था । किशोर एक रूप में अपना काम पहले खोजता था । निर्मला भी उसे अब पीटना शुरू कर दी थी । बहादुर की जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई थी । थोड़ी सी गलती पर किशोर और निर्मला हाथ चला दिया करते थे । पर अब बहादुर से भूल गलतियां अधिक होने लगी थी । शायद इसका कारण मार – पीट और गाली – गलौज हो । ( ग ) बहादुर से गलतियां होती थी उसके लिए उसे किशोर , निर्मला से मार खानी पड़ती थी । वहीं अब दूसरी ओर लेखक भी उससे डाँट – डपटकर पेश आते थे । एक बार घर वाले चोर सिद्ध करने की कोशिश करने लगे । बेचारा बहुत अपमानित हुआ । अगले दिन बिल बट्टा हाथ से छूट कर गिर गई और टुकड़े हो गई । अतः इसी कारण से वह भाग गया । उन लोगों को अपने ऊपर अफसोस था । अगर वह चुराकर ले गया होता तो संतोष हो जाता । ( घ ) बहादुर के जाने पर लेखक को क्रोध आया । वह चिल्लाना चाहता था , पर भीतर हो भीतर कलेजा जैसे बैठ रहा हो । वही चारपाई पर सिर झुकाकर बैठ गया । उसे एक अजीव सौ लघुता का अनुभव हो रहा था । यदि मैं न मारता , तो शायद वह न जाता ।

प्रश्न 8. काम – धाम के बाद रात को अपने बिस्तर पर गये बहादुर का लेखक किन शब्दों में चित्रण करता है ? चित्र का आशय स्पष्ट करें ।

 उत्तर- रात को काम – धाम करने के बाद एक टूटी हुई बैँसखर पर अपना विस्तर बिछाता था । वह बिस्तर पर अपनी जेब से कपड़े की एक गोल – सी नेपाली टोपी निकालकर पहन लेता , जो बाई ओर काफी झुकी रहती थी । फिर वह आईना में बंदर की तरह अपना मुँह देखता था । इसके बाद कुछ गोलियाँ पुराने ताश की एक गड्डी , कुछ पत्थर के टुकड़े , ब्लेड , कागज की नावें अपनी बिस्तर पर सजाकर खेलता । फिर वह धीमे – धीमे स्वर में पहाड़ी गाना गाता था । इस गाने की उदासी सारे घर में फैल जाती , जैसे कोई पहाड़ की निर्जनता में अपने किसी बिछुड़े हुए साथी को बुला रहा हो । लेखक ने इन शब्दों के द्वारा चित्रण किया है ।

 प्रश्न 9. बहादुर के आने से लेखक के घर और परिवार के सदस्यों पर कैसा प्रभाव पड़ा ?

उत्तर- बहादुर के आ जाने से लेखक अपने को बहुत ऊंचा महसूस करने लगा । अपने परिवार और सम्बन्धियों के बड़प्पन तथा शान – बान पर मुझे सदा गर्व रहा । अब लेखक मुहल्ले के लोगों को पहले से तुच्छ समझने लगा । घर भी खूब साफ और चिकना मिलता । कपड़े चमाचम सफेद । निर्मला की तबीयत की काफी सुधर गई । घर में कोई एक खर भी न टसकाता था । सभी रात में पहले ही सो जाते और सबेरे आठ बजे के पहले न उठते थे । अतः इसके आने से सर्वोर्दों को खूब आराम मिल रहा था ।

प्रश्न 10. किन कारणों से बहादुर ने एक दिन लेखक का घर छोड़ दिया ?

उत्तर – किशोर तथा निर्मला के द्वारा बार बार अपमानित होना तथा उसे पीटना । वहीं दूसरी और उसपर रुपये चोरी का इल्जाम लगाना तथा लेखक के द्वारा पीटा जाना । उन ही सब कारणों से वह लेखक का घर छोड़ दिया ।

प्रश्न 11. बहादुर पर ही चोरी का आरोप क्यों लगाया जाता है और उस पर इस आरोप का क्या असर पड़ता है ?

उत्तर- किसी रिश्तेदार की पत्नी के पैसे गायब हो गए थे । वे लोग लेखक साहब पास आए हुए थे । अतः इस गायब हुए पैसे की चोरी बहादुर पर लगाई गई । इस आरोप के कारण | बहादुर को सभी से दुत्कार एवं लेखक के द्वारा पिटाई कर दी गई । इसके साथ ही लेखक पुलिया के हवाले करने का भी धौंस दिया । अतः वह इस आरोप को सह न सका और एक दिन वह लेखक के घर से भाग गया ।

प्रश्न 12. घर आए रिश्तेदारों ने कैसा प्रपंच रचा और उसका क्या परिणाम निकला ?

उत्तर – निर्मला के द्वारा कहा गया कि वह पहले ही जानती थी कि वे लोग बच्चों को कुछ देना नहीं चाहते इसलिए अपनी गलती और लाज छिपाने के लिए यह प्रपंच रच रहे हैं । इसका परिणाम यह हुआ कि बहादुर घर छोड़ कर भाग गया ।

प्रश्न 13. बहादुर के चले जाने पर सबको पछतावा क्यों होता है ?

उत्तर- अपने परिवार के द्वारा रचे गए प्रपंच का शिकार बहादुर हुआ । जिसके कारण वह घर छोड़ कर चला गया । अतः अब परिवार वालों को अपनी गलती का अहसास हो रहा था । अब उसे ऐसा नौकर नहीं मिलेगा । कितना आराम दे गया है वह सब को । अतः नौकर द्वारा घर छोड़ जाने के कारण सबको पछतावा हो रहा था ।

प्रश्न 14. बहादुर , किशोर , निर्मला और कथावाचक का चरित्र चित्रण करें ।

उत्तर – बहादुर पहाड़ी क्षेत्र का रहने वाला था । वह शरीर से चकइठ , रंग गोरा और चपट अ मुँह था । वह हमेशा अपने काम के प्रति सजग रहता था । लेखक के परिवार को हमेशा खुश देती एवं आराम देने की कोशिश में रहता था । बहादुर को लेखक के परिवार वाले द्वारा पीटा जाना थे । तथा किशोर द्वारा गाली देना यह सब सुन कर भी वह परिवारवाले को खुश देखना चाहता था । १६० परन्तु वह अपने ऊपर लगे चोरी का इल्जाम को सहन न कर सका और एक दिन वह घर छोड़ 5 कर भाग गया । ● किशोर लेखक का बड़ा बेटा था । काफी शान – शौकत और रोब – दाब से रहने वाला था । उसने बहादुर को अपने कई अनुशासन में रखना उसका शान था । उसके कपड़े जूते और गालियां देने का भी शौख था । साइकिल हमेशा साफ रहनी चाहिए । उसे किसी तरह की गड़बरी बर्दास्त नहीं थी । उसे बुरी बुरी • निर्मला कोमल हृदय की औरत थी । वह अपने परिवार के लिए काफी सतर्क रहती थी । वह अपने परिवार तथा अपने नौकर को एक समान रूप से देखती थी । निर्मला व्यावहारिकानना , थी । उसे सम्मान और तमीज से बोलना पंसद था । निर्मला हमेशा दूसरे की बात को सुन कराहल या देखकर अपने जीवन में उतारना चाहती थी । उसे अपने पर विश्वास नहीं था । C ● लेखक अपने यहाँ नौकर को रख कर अपने आप को समाज में सम्मान को हैसियत से देखता था । वह अपनी निर्मला का ख्याल तथा अपना परिवार के लिए एक नौकर रखना आवश्यक समझता था । लेखक का हृदय कोमल था । वह हमेशा परिवार में शांति चाहते थे । अपने परिवार में कोई अंतर नहीं समझते थे । वह नौकर के कारण मुहल्ले वालों को कुछ समझने लगा था । वे भी निर्मला की तरह नौकर और

प्रश्न 15. निर्मला को बहादुर के चले जाने पर किस बात का अफसोस हुआ ?

उत्तर – निर्मला को बहादुर के चले जाने पर इस बात का अफसोस था कि वह अपने परिवार वाले के झूठे प्रपंच क वह शिकार हो गई थी । फिर बहादुर का चरित्र भी काफी उत्तम था । ( x का अफसोस इन्ही कारणों से हुआ । अतः वह हर परिवार वालों को हमेशा आराम देता था । अतः निर्मला को बहादुर के चले जाने का अफसोस इन्ही कारणों से हुआ l

 

प्रश्न 16. कहानी छोटा मुँह बड़ी बात कहती है । इस दृष्टि से ‘ बहादुर ‘ कहानी पर विचार करें ।

 उत्तर- बहादुर पहाड़ी क्षेत्र का रहने वाला था । वह हमेशा अपनी माँ के द्वारा पीटा जाता था । एक दिन वह घर से भागकर लेखक के घर नौकर के रूप में रहने लगा । वह इस रूप को बड़ी बढ़िया निभा रहा था । वह हमेशा अपने मालिक लोगों को आराम देने की कोशिश में रहता । समय – समय पर मालिक के द्वारा वह अपमानित एवं पीटाई भी खाता था । एक दिन वह चोरी के इल्जाम को नहीं बर्दाश्त कर सका और वह चुपके से घर को छोड़ दिया । उसका घर छोड़ा और वह भी बिल्कुल निर्दोष हो कर जाना ही कहानी छोटा मुँह बड़ी बात कहती है । उसने अपना पैसा खिलौना तथा विस्तर को छोड़ते हुए चला जाना मालिक के लिए अफसोस की बात थी । 920 प्रश्न

17. कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए । लेखक ने इसका शीर्षक ‘ नौकर ‘ क्यों नहीं रखा ?

 उत्तर- चूँकि लेखक साहब को एक नौकर की जरूरत थी तथा उसे बहादुर के रूप में मिला । लेखक एवं उसकी पत्नी का हृदय कोमल था तथा वह अपने परिवार एवं नौकर में कोई अन्तर नहीं करते थे । निर्मला अपने हाथों से खाना बनाकर खिलाती थी , सोने के लिए बिस्तर देती थी । वहीं लेखक अपने परिवार की तरह उसकी दिन भर की क्रिया – कलाप बहादुर से सुनते थे । अतः अपने बेटे तथा बहादुर में कोई अंतर नहीं करते थे । शायद यह भी हो सकता है कि वह बहादुर को नौकर न समझकर परिवार का रूप समझते थे ताकि वह कहीं घर छोड़ कर न चला जाय । इसके साथ ही वह हर इल्जाम एवं मार को आसानी से सहन कर जाता था । वह वास्तव में बहादुर था जो यह सब सह लेता था । अतः लेखक इसलिए इसका शीर्षक नौकर रखते हुए बहादुर रखा है ।

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