Class 10th Non Hindi hundru ka jalprapat हुंडरू का जलप्रपात , Non Hindi Subjective Question
लघु उत्तरीय प्रश्न (हुंडरू)
Class 10th Non Hindi
1. “जैसे हुंडरू का झरना वैसा उसका मार्ग।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर- हुंडरू का झरना अत्यन्त आकर्षक, मनमोहक और आनन्ददायक है। उसी प्रकार हुंडरू जाने का मार्ग भी आकर्षक, मनमोहक और आनन्ददायक है। मार्ग में बीहड़ जंगल जिसमें हिंसक जीवों की आवाज के साथ-साथ विविध पक्षियों का कलरव मनमोहक लगता है। हरे-भरे खेतों की हरियाली रास्ते का आनन्द और भी बढ़ा देता है। हुंडरू का जल प्रपात से उत्पन्न धवल झाग मन के सारे विकारों को दूर कर देता है।
2. हुंडरू का झरना कैसे बना है?
उत्तर – स्वर्णरेखा नदी जहाँ पहाड़ को पार करने की चेष्टा में पहाड़ पर चढ़ती है, वहाँ पानी की कई धाराएँ हो जाती है और जब सबकी सब धाराएँ एक होकर पहाड़ से नीचे गिरती है, एक विचित्र दृश्य दिखलाई देता है, यही हुंडरू का झरना है। इसकी ऊँचाई 243 फुट है। उजला पानी ऐसा प्रतीत होता है कि पानी के चक्कर और भँवर में पिसकर पत्थर का सफेद चूर्ण गिर रहा है।
3. “स्वयं झरने से भी ज्यादा खूबसूरत मालूम होता है, झरने से आगे का दृश्य” उस दृश्य की सुन्दरता का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर- हुंडरू झरने से भी ज्यादा खुबसूरत मालूम होता है उसके आगे का दृश्य । आगे घाटी है। पहाड़ों के बीच पतली नदी मानो थर्मामीटर का पारा हो । नदी के इर्द-गिर्द पत्थरों का अंवार उस पर झाड़ी। चारों ओर सुन्दरता ही सुन्दरता दिखाई पड़ती है। सम्पूर्ण दृश्य प्राकृतिक है। स्वर्ग जैसा सुख देने वाला हुंडरू के झरने से आगे का दृश्य है |
4. प्रस्तुत पाठ के आधार पर समझाइए कि किसी यात्रा वृतांत को रोचक बनाने के लिए किन-किन बातों पर ध्यान दिया जाना चाहिए ?
उत्तर- प्रस्तुत पाठ ” हुंडरू का जल प्रपात” यात्रा वृतांत है। किसी भी यात्रा-वृतांत को रोचक बनाने के लिए प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ-साथ वहाँ के सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक स्थिति का वर्णन भी अनिवार्य है। जैसा कि “हुंडरू का जलप्रपात ” शीर्षक पाठ में लेखक ने वर्णन किया है।
5. यहाँ पर एक दृश्य का वर्णन दो प्रकार से किया गया है।
उत्तर- (क) हुंडरू का पानी कहीं साँप की तरह चक्कर काटता है, कहीं हरिण की तरह छलाँग भरता है और कहीं बाघ की तरह गरजता हुआ नीचे गिरता है।
(ख) हुंडरू का पानी चक्कर काटकर छलाँग भरता हुआ नीचे गिरता है।
इनमें से आपको कौन सा तरीका अच्छा लग रहा है और क्यों ?
उत्तर- (i) उपरोक्त दो कथनों में मुझे प्रथम कथन का तरीका अच्छा लगता है क्योंकि प्रथम कथन में विशेष्य- विशेषण दोनों का प्रयोग है जबकि दूसरे कथन में विशेषण मात्र प्रयोग हुआ है।
(ii) प्रथम कथन अलंकारपूर्ण है। इसमें उपमा अलंकार का समावेश किया गया है। जैसे सौंप की तरह चक्कर काटना, हिरण की तरह छलांग लगना ।