Bihar Board 10th Science Sample Paper 2023 | Class 10th Vigyan sample paper 2023 | Class 10th Science model paper vvi objective & subjective questions

Q.1. निम्नलिखित में से कौन नेत्र का रंगीन भाग होता है ?      

  • a. कॉर्निया
  • b. रेटिना
  • c. परितारिका  
  • d. पुतली

Q.2. वायुमंडल में प्रकाश के किस वर्ण का प्रकीर्णन अधिक होता है ?                                   

  • a. लाल
  • b. नीला                                                   
  • c. पीला                                                   
  • d. नारंगी

Q.3. निम्नलिखित में से किसका अपवर्तनांक सबसे अधिक होता है ?

  • a. वायु
  • b. बर्फ
  • c. काँच
  • d. हीरा

Q.4. कौन-सा एन्जाइम वसा पर क्रिया करता है ?

  • a. पेप्सीन
  • b. ट्रिप्सीन
  • c. लाइपेज
  • d. इमाइलेज

Q.5.एन्ड्रोजेन क्या है ?

  • a. नर लिंग हार्मोन
  • b. मादा लिंग हार्मोन
  • c. पाचक रस
  • d. इनमे से सभी

Q.6. वैधुत प्रतिरोधकता का S.I मात्रक है –

  • a. ओम
  • b. ओम/मीटर
  • c. वोल्ट/मीटर     
  • d. ओम-मीटर

Q.7. विधुत धारा के चुंबकीय प्रभाव का खोज किसने किया था ?

  • a. फैराडे
  • b. ओसर्टेड
  • c. एम्पियर
  • d. बोर

Q.8. विधुत मोटर परिवर्तित करता है –

  • a.यांत्रिक ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में  
  • b.रासायनिक ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में
  • c.विधुत ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में     
  • d.विधुत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में

Q.9. कार्बन का परमाणु संख्या है –

  • a. 6
  • b. 8
  • c. 7
  • d. 14

Q.10. एथेनॉल के क्रियाशील मूलक का सूत्र है –

  • a. –OH
  • b. –CHO
  • c. –COOH
  • d. >CO

Q.11. मछली का श्वसनांग है –

  • a. ट्रेकिया
  • b. गिल्स
  • c. त्वचा
  • d. फेफड़ा

Q.12. स्टोमाटा के खुलने और बंद होने की क्रिया को कौन नियंत्रित करता है ? 

  • a. द्वार कोशिकाएँ             
  • b. सहचर कोशिकाएँ
  • c. चालनी नालिकाएँ           
  • d. मूल रोम

Q.13. निम्न में से कौन-सा ऊर्जा स्रोत सौर ऊर्जा के व्युत्पन्न नहीं है ?   

  • a. भूतापीय ऊर्जा 
  • b. पवन ऊर्जा
  • c. नाभिकीय ऊर्जा
  • d. जैवमात्रा

*लघु उत्तरीय प्रश्न*

प्रश्न 1. विधुत मोटर का क्या सिद्दांत है ?

उत्तर- विद्युत मोटर एक ऐसा यंत्र है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है| जब किसी आयताकार कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है और उसमे धारा प्रवाहित की जाती है तो कुंडली पर बल कार्य करता है जो उसे लगातार घूमती रहती है।

प्रश्न 2. उत्तल लेंस को अभिसारी लेंस क्यों कहा जाता है ? 

उत्तर- उत्तल लेंस को अभीसारी लेंस कहा जाता है क्योंकि ये आने वाली प्रकाश की किरणों अभिसरित कर देता है यानि एक जगह जमा कर देता है। इसलिए प्रकाश किरणों को अभिसारित करने के कारण उत्तल लेंस को अभिसारी लेंस कहा जाता है |

                      

प्रश्न 3.पादप हार्मोन क्या होते है? दो पादप हार्मोन्स का नाम लिखें –

उत्तर- पादप हार्मोन – वे रासायनिक पदार्थ जो पौधों में कम मात्र में उत्त्पन्न होकर उसमें नियंत्रण एवं समन्वय का कार्य करते है , इसे फाइटोहार्मोन भी कहते है |

दो पादप हार्मोन :- (i) ऑक्सिन        (ii) जिबरेलिन

प्रश्न 4. प्रकाश संश्लेषण क्या है ? इसका रासायनिक समीकरण लिखें |

उत्तर- पेड़-पौधे द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड,  जल एवं क्लोरोफिल के माध्यम से सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में गुलकोस का संश्लेषण करना प्रकाश संश्लेषण कहलाता है |

इसका रासायनिक सूत्र-  

6CO2  + 6H2O +सूर्य का प्रकाश + क्लोरोफिल ——>>>  C6H12O6   + 6O2

                                     

प्रश्न 5. सोडियम कार्बोनेट का जलीय विलियन क्षारीय होता है क्यों? 

उत्तर-सोडियम कार्बोनेट एक उदासीन लवण है, लेकिन इसका जलीय विलयन क्षारीय प्रकृति का होता है, क्योंकि सोडियम कार्बोनेट पानी के साथ प्रतिक्रिया करता है और कास्टिक सोडा और कार्बोनिक एसिड पैदा करता है। प्रबल क्षार के कारण विलयन में OH की अधिकता होती है।

प्रश्न 6. संयोजन अभिक्रिया क्या है ?

उत्तर- वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक पदार्थ आपस में मिल कर एक नए पदार्थ का निर्माण करता है | नए पदार्थ का गुण पहले पदार्थ के गुण से बिलकुल अलग होते है , संयोजन अभिक्रिया कहलाते है |

उदाहरण –

2Mg  +  O2  —–>>  2MgO 

     

* दीर्घ उत्तरीय प्रश्न*

प्रश्न 1. निकट दृष्टि दोष किसे कहते है ? इसके क्या कारण है ? इसके संशोधन की विधि को सचित्र समझाएं |             

उत्तर- निकट दृष्टि दोष :- जिस नेत्र में निकट दृष्टि दोष होता है वह निकट रखी वस्तु को तो स्पष्ट देख सकता है परंतु दूर रखी वस्तुओं को स्पष्ट रूप से नही देख पाता है, नेत्र के इस दोष को निकट दृष्टि दोष कहते है |

कारण – इसके दोष के होने का मुख्य कारण निम्न है –

  1. इस दोष में नेत्र गोलक लम्बा हो जाता है अर्थात लेंस और रेटिना के बीच की दूरी बढ़ जाती है |
  2. नेत्र लेंस आवश्यकता से अधिक मोटा हो जाता है जिसके कारण उसकी फोकस दूरी कम  हो जाती है |
उपचार – निकट दृष्टि कोष को दूर करने के लिए फोकस दूरी के अवतल लेंस के चश्में का उपयोग किया जाता है क्योंकि अवतल लेंस दूर वस्तु से आने वाली समान्तर किरणों को इतना अपसारित कर देता है कि उस वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना पर बन जाता है |

प्रश्न 2. बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम क्या है ? इसके बनाने की विधि, गुण एवं उपयोग को लिखें |

उत्तर- बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम सोडियम बाईकार्बोनेट या सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट है|इसका सूत्र NaHCO3  होता है|

बनाने की विधि :- इसे अमोनिया सोडा विधि या साल्वे विधि द्वारा तैयार किया जाता है | NH3, H2O, CO2 में सोडियम क्लोराइड का उपयोग कर बिकिंग सोडा बनाया जाता है |       

Nacl + H2O + CO2 +NH3 ——>NH4Cl  + NaHCO3

 इसके गुण – 

  1. यह एक रवादार सफ़ेद ठोस पदार्थ है |
  2. यह जल में कम घुलनशील है |
  3. इसका जलीय विलयन क्षारीय होता है जो लाल लिटमस को नीला कर देता है |

इसके उपयोग :-

  1. बेकिंग पाउडर खाने का सोडा और टार्टरिक अम्ल का मिश्रण होता है जिसे पावरोटी या केक बनाने में उपयोग किया जाता है |
  2. यह एक एंटासिड के रूप का होता है जिसका उपयोग औषधि के रूप में पेट की अम्लीयता को दूर करने में किया जाता है
  3. इसे अग्निशामक यंत्रों में भी उपयोग किया जात है |
  4. इसका उपयोग प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में होता है |
  5. खाने के सोडा का उपयोग रसोईघर में किया जाता है |

प्रश्न 3. एक तंत्रिका कोशिका (न्यूरान) की नामांकित संरचना बनाइये तथा इसके कार्यों का वर्णन कीजिए |              

उत्तर-

तंत्रिका कोशिका ( न्यूरॉन ) संदेशों का संवहन करने वाली मूल इकाई है । यह विशेष रूप से लंबी होती है । इसमें जिव द्रव्य से घिरा हुआ केंद्रक होता है । जिव द्रव्य से डैंड्राइटस नामक अनेक छोटी – छोटी शाखाएँ निकलती हैं । इन शाखाओं में से एक शाखा अधिक लंबी होती है । इसे एक्सॉन कहते हैं । यह संदेशों को कोशिका से दूर ले जाता है । कोई भी तंत्रिका कोशिका सीधी दूसरी तंत्रिका कोशिका से जुड़ी हुई नहीं होती । इनके बीच कुछ रिक्त स्थान होता है जिसमें बहुत ही समीप का संवहन होता है इसे अन्तर्ग्रथन कहते हैं। यदि हमारे पैर में दर्द है तो इसकी सुचना पैर में स्थित संवेदी तंत्रिका कोशिका के डेंड्राइट ग्रहण करते हैं । तंत्रिका कोशिका उसे विद्युत्सं केत में बदल देती है । यह विद्युत् संकेत ताँत्रिकाक्ष के द्वारा प्रवाहित होता है । अन्तर्ग्रथन में होता हुआ यह मस्तिष्क तक पहुँचता है ।मस्तिष्क सन्देश ग्रहण कर उस पर अनुक्रिया करता है । प्रेरक तंत्रिका इस अनुक्रिया को पैर की पेशियों तक पहुँचती है और पैर की पेशियाँ उचित अनुक्रिया करती हैं ।

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