Class 10th Non Hindi Bihari ke Dohe बिहारी के दोहे , Non Hindi Subjective Question
लघु उत्तरीय प्रश्न (बिहारी के दोहे)
Class 10th Non Hindi
1. दुर्जन का साथ किस प्रकार हानिकारक है?
उत्तर –अच्छे लोगों के संगति में यदि दुर्जन आते भी हैं तो उनके स्वभाव में परिवर्तन नहीं होता है। ऐसे लोगों को सुधारना मुश्किल होता है, चाहे हम कितना ही प्रयास न कर लें। जैसे हींग को कपुर में रख देने के बाद भी हींग में कर्पूर का सुगंध नहीं आता। इसलिए दुर्जन का साथ हानिकारक होता है।
2. सुख-दुख को समान रूप से क्यों स्वीकारना चाहिए?
उत्तर – कवि बिहारी लोगों को सुख-दुख दोनों स्थिति में एक समान रहने की सलाह दी है। कवि का कहना है कि विपत्ति या दुख की घड़ी में व्यक्ति को हताश या निराश नहीं होना चाहिए न ही सुख में ईश्वर / पैगम्बर / अल्लाह को भूलना चाहिए। मनुष्य को सुख-दुख को समान रूप से स्वीकारना चाहिए क्योंकि सुख और दुख रूपी पहिए के सहारे ही जीवन की गाड़ी कर्मपथ पर बढ़ती है।
3. दुर्जन के साथ रहने से अच्छी बुद्धि नहीं मिल सकती, कैसे?
उत्तर – दुर्जन के साथ यदि अच्छे लोग सम्पर्क में आते भी हैं तो उनके स्वभाव में परिवर्तन नहीं होता और अच्छी बुद्धि नहीं मिल सकती क्योंकि वह अपनी आदत और स्वभाव नहीं बदल पाते। जिस प्रकार हींग कपूर के साथ रहने पर भी अपना दुर्गन्ध नहीं छोड़ता बल्कि उसी रूप में रहता है।
4. बिहार किस काल के कवि है ? बिहार के दोहे शीर्षक कविता में किस तरह के दोहे शामिल है ?
उत्तर – बिहारी ‘रीतिकाल’ के प्रतिष्ठित शृंगारिक कवि हैं। ‘बिहारी के दोहे’ शीर्षक कविता में प्रेम, भक्ति और नीतिपरक दोहे शामिल है।