Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
हेलो स्टूडेंट आज हम लोग हिंदी का subjective क्वेश्चन देखने वाले हैं जो आपके लिए बहुत ही इंपॉर्टेंट रहेगा जो आप लोग फाइनल एग्जाम 2024 में हिंदी का एग्जाम देने जाएगे तो आपलोगों को हिन्दी के subjective क्वेश्चन से 50% पूछे जाते हैं जो आप लोगों को मैं इस क्वेश्चन के जरिए से 50% का फायदा आप लोग उठा सकता हूं जो आप लोग सिर्फ हिन्दी subjective बनाकर पूरा 50 नंबर क्लियर कर सकते हैं ||
👇👇 आपलोग निचे बताए बातो को ध्यान से पढ़े ..!! 👇👇
आप सभी छात्र-छात्राओं को सुविधा के लिए यहां पर बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 224 को सफल बनाने के लिए क्लास 10th का नॉन हिन्दी का subjective क्वेश्चन लाया हूँ || जो आपलोग नॉन हिन्दी का इनसभी subjective question को याद करके 95+ नंबर ला सकते हैं ||
Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
1. ‘ईदगाह’ कहानी के अनुसार दुकानों में किस-किस तरहके खिलौने थे? 1
उत्तर :- ‘ईदगाह’ कहानी के अनुसार दुकानों पर तरह-तरह के खिलौने थे— सिपाही, गुजरिया, राजा और वकील, भिश्ती, धोबिन और साधु ।
2. हामिद मिठाई या खिलौने के बदले चिमटे का चयन करता है क्यों?
उत्तर :- हामिद चार-पाँच साल का नन्हा बालक है लेकिन अभावग्रस्त जीवन उसे परिपक्व बना दिया था। वह समझता था कि मिठाई या खिलौने से थोड़ी देर के लिए खुशी मिलेगी। उसे ख्याल आता है कि उसकी दादी के पास चिमटा नहीं है, जिस कारण अक्सर उसके हाथ रोटी सेंकते वक्त जल जाते हैं। इसलिए हामिद अन्य बच्चों की तरह मिठाई या खिलौने न लेकर चिमटा खरीदता है।
3. ईद के दिन अमीना क्यों उदास थी?
उत्तर :- अमीना एक गरीब महिला है। एक वर्ष पहले उसका बेटा बहु दोनों चल बसे थे। उसका सहारा उसका पोता हामिद था। साल भर का त्योहार ईद के दिन उसके घर अन्न का एक दाना नहीं था। तीन कोस दूर ईदगाह के मेले में जाने के लिए जूते भी नहीं थे। इसी बदहाली के कारण अमीना ईद के दिन उदास थी।
4. बालगोबिन भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ किस तरह व्यक्त की ?
उत्तर :- बालगोबिन भगत कबीरपंथी थे। वे अपने बेटे की मृत्यु पर विलाप नहीं करते बल्कि मग्न हो गीत गाए जा रहे थे। गाते-गाते पतोहू के नजदीक भी जाते और उसे रोने के बदले उत्सव मनाने को कहते। उनका कहना था— आत्मा-परमात्मा के पास चली गई, विरहिणी अपने प्रेमी से जा मिली, भला इससे बढ़कर आनंद की कौन बात? भगत का विश्वास मृत्यु पर विजय प्राप्त कर चुका था। वे पतोहू को यथार्थ का ज्ञान देकर अपनी भावनाएँ प्रकट कर रहे थे।Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
5. बालगोबिन भगत गृहस्थ थे। फिर भी उन्हें साधु क्यों कहा जाता था?
उत्तर :- बालगोबिन भगत गृहस्थ ही थे, परंतु उनका स्वभाव और आचरण साधु का था। वे साधु की तरह लंबी दाढ़ी रखते, कम कपड़े पहनते, गले में तुलसी माला पहनते और मस्तक पर रामानंदी चंदन का टीका लगाते। बालगोबिन भगत कभी झूठ नहीं बोलते, साफ व्यवहार रखते और दो टूक बात करते थे। बालगोबिन भगत की दिनचर्या, कर्त्तव्यनिष्ठा और आत्मज्ञान उन्हें गृहस्थ के साथ साधु बना दिया था।
6. हुंडरू का झरना कैसे बना है?
उत्तर :- स्वर्णरेखा नदी जहाँ पहाड़ को पार करने की चेष्टा में पहाड़ पर चढ़ती है, वहाँ पानी की कई धाराएँ हो जाती है, और जब सबकी सब धाराएँ एक होकर पहाड़ से नीचे गिरती है, एक विचित्र दृश्य दिखलाई देता है, यहाँ हुंडरू का झरना है। इसकी ऊँचाई 243 फुट है। उजला पानी ऐसा प्रतीत होता है कि पानी के चक्कर और भँवर में पिसकर पत्थर का सफेद चूर्ण गिर रहा है।
7. रेलगाड़ी पर बैठी मानू को सिरचन ने अपनी ओर से कौन से सौगात दिये ?
उत्तर :- रेलगाड़ी के खिड़की के पास अपने पीठ पर लदे हुए बोझ को उतारते हुए, मानू दीदी से कहता है यह मेरी ओर से है। इसमें सब चीज है दीदी। शीतलपाटी, चिक और एक जोड़ी आसानी कुश की।
8. सिरचन को पान का बीड़ा किसने दिया?
उत्तर :- सिरचन को पान का बीड़ा मानू दीदी ने दिया था। मँझली भाभी के कटुवचन के कारण सिरचन को ठेस लगती है। इसी चोट को कम करने के लिए मानू दीदी पान का बीड़ा देते हुए बोली काम-काज का घर है, पाँच तरह के लोग पाँच किस्म की बात करेंगे। तुम किसी के बात पर ध्यान मत दो।Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
9. ईर्ष्यालु से बचने का क्या उपाय है?
उत्तर :- ईर्ष्यालु मनुष्य आदत से लाचार होते हैं। उन्हें अपने उपवन में आनंद नहीं मिलता, वे दूसरों के सुख से दुखी रहते हैं। वे अपनी उन्नति के लिए उद्यम करना छोड़कर वह दूसरों को हानि पहुँचाने को ही अपना श्रेष्ठ कर्तव्य समझने लगता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति से दूर रहना चाहिए।
10. ईर्ष्या को अनोखा वरदान क्यों कहा गया है?
उत्तर :- ईर्ष्या को अनोखा वरदान इसलिए कहा गया है कि जिस मनुष्य में ईर्ष्या घर बना लेती है, वह उन चीजों से आनंद नहीं उठाता, जो उसके पास मौजूद हैं, बल्कि उन वस्तुओं से दुःख उठाता है, जो दूसरों के पास हैं। उसके मन में अपनी वस्तु से संतोष नहीं होता, परायी वस्तु से डाह होती है।
11. खेमा कसारा के होटल पर काम क्यों करता था?
उत्तर :- खेमा एक गरीब माँ बाप का बेटा था। गरीबी के कारण उसके माता-पिता अपने बच्चों के दायित्व को पूरा करने में असमर्थ थे। इसलिए उन्होंने अपने बेटे खेमा को कसारा के यहाँ बेच दिया था। इस कारण से खेमा कसारा के होटल पर बाल श्रमिक के रूप में काम करता था।Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
12. लेखक ने वैद्य और हकीम पर क्या-क्या कहकर व्यंग्य किया है? उनमें से सबसे तीखा व्यय किस पर है? उल्लेख कीजिए।
उत्तर :- लेखक वैद्य और हकीम के नामकरण रूढ़िवादी प्रवृत्ति, ग्रह नक्षत्र के प्रति आस्था पर उनके पहनावा, स्वरूप आदि पर व्यंग्य किया है। नामकरण पर व्यंग्य करते हुए आयुर्वेदाचार्य, रसज्ञ रंजन, चिकित्सा मार्तण्ड कविराज सुखदेव शास्त्री कहकर संबोधित करते हैं। वैद्य जी के पहनावा पर व्यंग्य करते हुए कहते हैख्रसूत के नाम पर जनेऊ था, जिसका रंग देखकर यह शंका होती थी कि कुस्ती लड़कर आ रहे हैं। लेखक का सबसे तीखा व्यंग्य वैद्य जी के स्वरूप पर करते है। लेखक कहते हैं कि वैद्यजी अपनी तंदुरुस्ती मरीजों में बाँट दी है।
13. कर्मवीर की पहचान क्या है?
उत्तर :- सच्चा कर्मवीर साहसी और परिश्रमी होते हैं। वह विघ्न और बाधाओं से नहीं घबराता । कठिन से कठिन कार्य को भी वह हँसते-हँसते पूरा कर लेता है। बड़े-बड़े संकट भी उसे अपने काम से विचलित नहीं कर सकता। वह जिस काम को आरम्भ करता है उसे समाप्त करके ही दम लेता है। वह किसी कार्य को बीच में अधूरा नहीं छोड़ता। यही कर्मवीर की पहचान है।Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
14. आप अपने को कर्मवीर कैसे साबित कर सकते हैं?
उत्तर :- हम अपने को कर्मवीर साबित करने के लिए असंभव कार्य को संभव कर ही दम लेंगे, विघ्न बाधाओं को देखकर घबराएँगे नहीं। अपने कर्मबल और बुद्धिबल से हर मुश्किल को आसान बनाकर, उसे हँसते-हँसते पूरा कर लेंगे। हम उत्साह और पुरुषार्थ का परिचय देते रहेंगे।
15. ‘बच्चे की दुआ’ शीर्षक कविता में संसार को बेहतर बनाने की कामना मुखरे हुई है। उन कामनाओं को अपने शब्दों में सिखें।
उत्तर :- ‘बच्चे की दुआ’ शीर्षक कविता के माध्यम से कवि मो० इकबाल संसार को बेहतर बनाने की कामना प्रकट करते हैं कि ईश्वर उसे बुराइयों से बचाए और नेक रास्ते पर चलने की शक्ति दे। मनुष्य गरीबों का पक्षधर बने, दुखियों की सेवा करे और सारे संसार में उजाला छा जाए।Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
16. पीपल के पेड़ हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है?
उत्तर :-पीपल का पेड़ हमारे लिए सदैव उपयोगी है। यहाँ थके मनुष्यों और पशु-पक्षियों को शांति और शीतलता मिलती है। पक्षियों का यह विश्राम स्थल है। पीपल का पेड़ प्राणियों के लिए प्राण वायु (ऑक्सीजन) देता है तथा हमारे द्वारा छोड़ा गया दूषित वायु को ग्रहण करता है।
17. “हुई वीरता की वैभव के साथ सगाई झाँसी में” इस पंक्ति में वीरता और वैभव का संकेत किस-किस की ओर है?
उत्तर :- प्रस्तुत पद्यांश में ‘वीरता’ का संकेत लक्ष्मीबाई के शौर्य से है और ‘वैभव’ का संकेत झाँसी के राजकुमार की अकूत सम्पत्ति अर्थात् समृद्धि से है। लक्ष्मीबाई का विवाह झाँसी के राजा के साथ होता है। कवयित्री का मानना है कि इन दोनों का संयोग वीरता तथा वैभव का संयोग था।Class 10th Non-Hindi Viral Subjective Question 2024
18. सुदामा की दीन दशा देखकर श्रीकृष्ण किस प्रकार भाव-विह्वल हो गये?
उत्तर :- सुदामा की दीन-दशा देखकर श्रीकृष्ण करुणा से भर गये और उनकी आँखों से आँसू बह चले। पानी से भरी परात को छूने की भी जरूरत नहीं पड़ी, कृष्ण ने अपने आँसुओं से सुदामा के पाँव धो डाले।
- Bihar board class 10th All model paper 2024
- Bihar board class 10th social science viral question paper 2024
- Bihar board class 10th english viral question paper 2024
- Bihar board class 10th Non-hindi viral question paper 2024
- Bihar board class 10th science viral question paper 2024
Question bank :-
- Class 10th All Subject Question bank 2011-2023
- Class 10th Social science question bank test
- Class 10th Science question bank test
- Class 10th Math question bank test
- Class 10th English question bank test
- Class 10th Non-hindi question bank test
- Class 10th Urdu question bank test
- Class 10th Sanskrit question bank test
WHATAPP GROUP | CLICK HERE |
TELEGRAM GROUP | CLICK HERE |
YOUTUBE CHANNEL | CLICK HERE |
WEBSITE LINK 1 | CLICK HERE |
WEBSITE LINK 2 | CLICK HERE |
Pdf Download | CLICK HERE |
Class 10th question | CLICK HERE |
Hello Student यह सभी क्वेश्चन जो आप सभी इस post देखे है जो मैं 10 क्वेश्चन दिया है इन website में जाए तो आप यह सभी क्वेश्चन को कॉपी में लिखें और याद कर ले क्योंकि 2024 में final exam में आपका काम आने वाले इन सभी क्वेश्चन को याद करें 100 % लड़ने की चांस है तो आपसे उम्मीद है कि सभी क्वेश्चन को याद कर लेंगे और अपने बोर्ड exam में 450+ नंबर लाएगे ||